कहने को बहुत कुछ है कहने को बहुत कुछ है
हाथ लागी तो बस कुछ दिन की ख़्वाब सी हक़ीक़त। हाथ लागी तो बस कुछ दिन की ख़्वाब सी हक़ीक़त।
हक़ीक़त खुले हक़ीक़त खुले
कुछ बातें कड़वी होती हैं। कुछ बातें कठिन होती हैं। कुछ बातें कड़वी होती हैं। कुछ बातें कठिन होती हैं।
हमें भी कभी तुम याद करो दो पल ठहर कर कुछ प्यारी बातें करो। हमें भी कभी तुम याद करो दो पल ठहर कर कुछ प्यारी बातें करो।
जीवन की कुछ बातों को कागज पर लिखने से पहले , अपने दिल पर लिखो। जीवन की कुछ बातों को कागज पर लिखने से पहले , अपने दिल पर लिखो।